Kenopanishad (Hindi)

केनोपनिषद (११ मुख्य उपनिषदों में से एक) सामवेद की तलवकार शाखा के नवें अध्याय से लिया गया है। इस उपनिषद में ज्ञान कांड और कर्म कांड दोनों का वर्णन है। स्वामी अभेदानन्दजी ने इस उपनिषद के २ प्रश्न – कार्य (शरीर) और करण (अंतःकरण) में होने वाली क्रियाओं का प्रेरक कौन है और उस प्रेरक का क्या स्वरूप है, इनका समाधान सरल एवं तर्कसंगत तरीक़े से शंकर भाष्य के साथ बतलाया है। इन प्रवचनों को सुनकर साधक अपने चेतन स्वरूप को जानने के लिए अग्रसर होता है।

Genre: Vedanta

Duration: 19 Talks/30 Hrs

Media: Audio

Series: Chinmaya Viboothi, 2017

Scroll to top